दुर्गा चालीसा बारेमे जाने (History Of Durga Chalisa In Hindi Pdf)
पुरे ब्रह्माण्ड मे जिनकी की शक्ति चलती है, वो आध्याशक्ति माँ दुर्गा है, दुर्गा चालीसा का पाठ हरदिन करनेवाले पे मां दुर्गा का विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त होता हे । मां दुर्गा के नौ स्वरुप हैं, उनकी पूजा विशेष रूप से नवरात्रि मे की जाती है। दुर्गामाता चालीसा का पाठ करने से मां की प्रसन्ना बनी रहती है और हमारे सारे कष्ट दूर होते है, मनोवांछित इच्छा ऐ पूरी होती हैं।
दुर्गा चालीसा लिखने मुख्य धेय और किसने लिखी ? (Who Write Durga Chalisa and vission ?
दुर्गा माँ का एक देवी-दास नामक भक्त था वह दुर्गा मा का बहुत बड़ा भक्तराज था, उसने दुर्गा चालीसा पाठ की रचना की । दुर्गा चालीसा मे उन्होंने माता दुर्गा के सभी स्वरूपो के साथ उनकी अधाग महिमा का वर्णन विस्तार रूप से किया है और मां दुर्गा ही इस संसार की संचालक भी हैं।
दर्गा चालीसा का पाठ कैसे करें ? (How to pray Durga Chalisa?)
वहेली सुबह उठा नाह धोकर स्वच्छ वस्त्र पहनें और उन के आसान पर बैठे,
और बाजोट पर लाल कपड़ा बीछा कर माता की प्रतिमा स्थापित करें,मा की प्रतिमा पर लाल फूल का हार चढ़ाये और धुप दीप अर्पित करें और माँ को प्रणाम कर कर दुर्गा चालीसा पाठ शरू करें
दुर्गा चालीसा पाठ के फायदे (Benefits of Durga Chalisa)
- जो भी कोय दुर्गा चालीसा का पाठ हररोज करता है वह मानसिक तनाव और चिंता से मुक्त हो जाता है
- नियमित रूप से पाठ करने से हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है और हम किसी भी कार्य मे सफलता पा सकते है।
- यह पाठ करने से हमारे जीवन में बुरी शक्तियों कोयी प्रभाव नहीं पडता और बुरी शक्तियों से हमारे परिवार का बचाव होता
- दुर्गा चालीसा पाठ करने से हमारे जीवन मे आर्थिक लाभ होता है और घर में माँ लक्ष्मी जी का वास निश्चित होता है।
दुर्गा चालीसा पाठ करते यह ध्यान रखे (Follow this rules Durga Chalisa Path Time)
- दुर्गा चालीसा का पाठ हमेशा सात्विक भोजन ही लेना चाहिये
- दुर्गा चालीसा पाठ दरमियान हमें ब्रह्मचर्य रखना चाहिए।
- दुर्गा चालीसा पाठ करते समय हमारे मन मे सभी के प्रति अच्छी भावनाये रखनी चाहिए तभी हम एकाग्र चित्त यह पाठ कर सकते हे ।
- दुर्गा चालीसा पाठ दरमियान हमारे आसपास का पूर्ण रूप से स्वच्छता होनी चाहिए